मेरा देश लड़ रहा है
बार-बार गिरकर भी ये संभल रहा है
कभी आतंकी हरकतों ने हमे दबाने की कोशिश की
तो कभी अपनों ने ही हमे शर्मसार किया,
फिर भी बहादुर जवानो ने आतंक को मुहतोड़ जवाब दिया
शर्मसार करने वालों को कानून ने चकनाचूर किया
मेरा देश लड़ रहा है
बार-बार गिरकर भी ये संभल रहा है
कभी धर्मो के तकरार ने मानवता को रुलाया
तो कभी नारियों पे होते अत्याचार ने हमारा सिर शर्म से झुकाया,
फिर भी कोई न कोई एकता का सन्देश लेकर हमे इंसानियत का एहसास कराया
तो कभी नारी के हौसलों ने उनकी जीत का पताका फहराया
मेरा देश लड़ रहा है
बार-बार गिरकर भी ये संभल रहा है
क्या हो रहा है ये सब अब तो हमको पडोसी ही आँख दिखा रहा है
देश में रहने वाला ही अब देश के खिलाफ आवाज़ उठा रहा है
फिर भी कोई सामने आ रहा है जो हिम्मत से
भारत की ताक़त का एहसास दुनिया को करा रहा है
देश के खिलाफ आवाज़ उठाने वालों को हम सब को सबक सीखना है
मेरे और तुम्हारे प्रयासों से ही एक बार फिर
भारत को अतुल्य राष्ट्र बनाना है
भारत का मान बढ़ाना है
-मनीष उपाध्याय
बार-बार गिरकर भी ये संभल रहा है
कभी आतंकी हरकतों ने हमे दबाने की कोशिश की
तो कभी अपनों ने ही हमे शर्मसार किया,
फिर भी बहादुर जवानो ने आतंक को मुहतोड़ जवाब दिया
शर्मसार करने वालों को कानून ने चकनाचूर किया
मेरा देश लड़ रहा है
बार-बार गिरकर भी ये संभल रहा है
कभी धर्मो के तकरार ने मानवता को रुलाया
तो कभी नारियों पे होते अत्याचार ने हमारा सिर शर्म से झुकाया,
फिर भी कोई न कोई एकता का सन्देश लेकर हमे इंसानियत का एहसास कराया
तो कभी नारी के हौसलों ने उनकी जीत का पताका फहराया
मेरा देश लड़ रहा है
बार-बार गिरकर भी ये संभल रहा है
क्या हो रहा है ये सब अब तो हमको पडोसी ही आँख दिखा रहा है
देश में रहने वाला ही अब देश के खिलाफ आवाज़ उठा रहा है
फिर भी कोई सामने आ रहा है जो हिम्मत से
भारत की ताक़त का एहसास दुनिया को करा रहा है
देश के खिलाफ आवाज़ उठाने वालों को हम सब को सबक सीखना है
मेरे और तुम्हारे प्रयासों से ही एक बार फिर
भारत को अतुल्य राष्ट्र बनाना है
भारत का मान बढ़ाना है
-मनीष उपाध्याय